bharat band के समय इन दोनों भाई-बहन ने एक बड़ा कारनामा किया और बहादुरी दिखाई।
राष्ट्रपति इन दोनों भाई-बहन को बहादुरी के लिए सम्मानित करेंगेभारत बंद के दौरान फायरिंग व पथराव के बीच ट्रैन में फंसे लोगो तक खाना पहुंचाया था.....
मध्यप्रदेश के अद्रिका (10 वर्ष ) व उसके भाई कार्तिक (14 वर्ष ) को नेशनल चिल्ड्रन अवार्ड के लिए चुना गया है। पिछले साल mp के मुरैना में भारत बंद के दौरान पथराव व फायरिंग के कारण ट्रैन में फंसे लोगो को खाना पहुंचने के लिए उन्हें ये अवार्ड मिलेगा।अद्रिका और कार्तिक ने बताया कि पिछले साल अप्रैल में स्कूल की छुटियाँ चल रही थी और हम लोग टीवी देख रहे थे। टीवी पर हम लोगो ने देखा की आंदोलन ने हिंसात्मक रूप ले लिया और हमारे शहर में पथराव तथा फायरिंग हो रही थी। उसी समय हमने देखा कि उपद्रवियों ने ट्रैन को भी रोक दिया है और हजारो यात्री लगभग 6 घंटे से भूखे-प्यासे ट्रैन में फंसे हुए है। हम लोगो ने तय किया कि ट्रैन में फंसे हुए लोगो की मदद करनी चाहिए। पापा घर पर नहीं थे हमने चुपचाप खाने का सामान एक बेग में भरा और स्टेशन की और चल पड़े जो हमारे घर से 300 मीटर की दुरी पर था। घर से निकलते समय मम्मी ने हमसे पूछा कि हम कहा जा रहे है। इस पर हमने जबाब दिया कि "यही है बस... " रस्ते में पुलिस वालो ने हमें रोका और कहा कि घर चले जाओ यहाँ पर पथराव हो रहे है। यहाँ खतरा है। हम लोग किसी तरह बचते-बचाते ट्रैन तक पहुंचे। ट्रैन में हमने लोगो को खाना खिलाया तो लोगो को विश्वास भी नहीं हुआ। एक महिला ने हम लोगो से कहा कि बेटा आप लोगो ने तो मेरी जान बचा ली अगर आज आप लोग नहीं आते तो मेरी बच्ची का पता नहीं क्या होता। फिर हम दोनों घर लौटे तो दादाजी ने बहुत ही डांट लगाई। लेकिन जब हमने उनको बताया कि हम लोग ट्रैन में लोगों को खाना खिलाने गए थे तो वो चुप हो गए और उन्होंने हमें गले से लगा लिया। और आज हमें अवार्ड मिलने पर भी दादाजी को ही सबसे ज्यादा खुशी दादाजी को ही हो रही है।
bharat बंद के समय फायरिंग |
बच्चो के पिताजी ने बताया कि उन्होंने इस अवार्ड के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की वेबसाइट के जरिये ऑनलाइन आवेदन किया था। बाद में दिल्ली से दो अफसरों की टीम मुरैना आई थी और उन्होंने इस घटना के सत्य होने की जाँच भी की थी। अद्रिका और कार्तिक ने कहा कि वे दोनों बड़े होकर आईएएस और आईपीएस बनना चाहते है।
अद्रिका 20 हजार लोगो को आत्मरक्षा की ट्रैनिग भी दे चुकी है।
self defence |
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